बिहार में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है, कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है, जिन्हें बिहार में बनें कई कोरोना आईसीयू में रखा जा रहा है । इसी बीच कल ही पटना एम्स के कोरोना आईसीयू में वैशाली के 35 वर्षीय युवक को लाया गया, जहां उसका इलाज चल ही रहा था कि इसी बीच खबर सामने आई है कि उसकी मृत्यु ही गयी है । इस खबर के बाद पूरे स्वास्थ महकमा में हड़कंप मचा हुआ है, बता दे कि ये युवक वैशाली जिले के राघोपुर पंचायत से है जिसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, जिसके बाद इसे कल एम्स में इलाज के लिए लाया गया था । अब राज्य में इस वायरस से मौत का आंकड़ा दो हो चुका है तो वही बिहार में संक्रमितों की संख्या 83 को चुकी है जिनमे से 37 लोग ठीक होकर घर जा चुके है ।

सैकड़ों लोग आए युवक के संपर्क में

प्राप्त सूचना अनुशार जब इस युवक की ट्रेवल हिस्ट्री के बारे में सरकार ने जानने की कोशिश की तो काफी चौका देने वाली बाते सामने आई है जिसमे बताया गया है कि ये युवक पिछले एक महीनों से बीमार चल रहा था जिसके बाद इसे 23 मार्च को पटना के पास स्थित खुसरूपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था जहाँ से 5 दिनों के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी थी फिर से उसकी तबियत बिगड़ी तो उसे 3 अप्रैल को पटना के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया जहां से उसे 7 अप्रैल को छुट्टी दे दी गयी फिर सके के आधार पर उसे पटना एम्स में जांच के लिए लाया गया और फिर डॉकटरों ने इस जांच में युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी पाई । गांव के लोगो से बात में सामने आई कि इस युवक के घर वालों ने इसकी झार-फूक भी करवाई थी । इन सभी चीजों के बीच जो बात सामने आयी है वो ये है कि इस 35 वर्षीय युवक की वजह से काफी लोगो मे कोरोना होने का खतरा है । बता दे कि जिन-जिन निजी अस्पतालो में इसकी चिकित्सा की कई उन सभी को सील कर अस्पताल के कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है ।

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