मधेपुरा स्थित नव-निर्मित जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के अधीक्षक कर्नल डॉ अंसारी पर उन्ही के कार्यालय में कार्यरत महिला कार्यपालक सहायक ने बड़ा आरोप लगाया है. कर्मियों ने अधीक्षक द्वारा कार्यालय में बार-बार अनावश्यक रूप से केवल महिला कर्मियों को बुलाया जाना सहित मानसिक रूप से प्रताड़ित और दुर्वयवहार करने का आरोप लगाया है. महिला सहित पुरुष कार्यपालक सहायकों ने संयुक्त रूप से इस सम्बन्ध में आज एक पत्र स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भेज दिया है.

लिखे गए शिकायत पत्र में कर्मियों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल मधेपुरा में अधीक्षक कार्यालय में उनके द्वारा नियोजित सभी कार्यपालक सहायकों को अधीक्षक द्वारा बार-बार दुर्व्यवहार करते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है एवं कार्यपालक सहायकों द्वारा अंकित किए गए टिप्पणी एवं प्रारूप को पढ़कर सुधार करने के बजाय फाड़ कर फेंक दिया जाता है एवं उनके द्वारा कार्यपालक सहायकों के कंप्यूटर के पास जाकर धमकी दी जाती है एवं कहा जाता है कि मैं तुम्हारा कंप्यूटर पटक कर तोड़ दूंगा .

कहा अधीक्षक द्वारा कार्यालय के सभी कार्यपालक सहायकों को एक ही सभागार में बैठाकर कार्य लिया जाता है जबकि भवन निर्माण संरचना में अधीक्षक कार्यालय अलग बनाया गया है जिसमें सभी कंप्यूटर के संलग्न हेतु बिजली कनेक्शन दिया गया है. दिनांक 3 मार्च 2020 से मनमाने ढंग से सभागार में हम लोगों को बैठाया जा रहा है जिसके कारण हम सभी कार्यपालक सहायकों में विश्वव्यापी महामारी कोरोना संक्रमण का भय बना रहता है.खासकर महिला कर्मियों के साथ उनका व्यवहार कुछ अधिक ही अशोभनीय रहता है . वे बार-बार अनावश्यक रूप से केवल महिला कर्मियों को बुलाया बुलाते है, जिसके कारण महिला कर्मियों में हमेशा दहशत व्याप्त रहता है .


सरकार के प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन विभाग बिहार सरकार के पत्रांक 8322 दिनांक 10-06 -2015 का हवाला देते हुए कर्मियों ने पत्र में लिखा है कि अधीक्षक द्वारा आज भी इसकी अवहेलना करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों को ये कहकर बाहर कर दिया गया कि तुमलोगों का बहाली डीएम द्वारा रिश्वत लेकर किया गया है. कर्मियों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अधीक्षक कार्यालय में योगदान उपरान्त लगातार ऐसा ही व्यवहार रहा है .बार बार इसे नजरअंदाज किया जाता रहा लेकिन अधीक्षक के द्वारा अपने करतूत से बाज नही आने के बाद आज विभाग को इस सम्बन्ध में सबों ने संयुक्त रूप से मिलकर पत्र भेजा गया है.

 

मालुम हो कि अभी पिछले माह ही जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था.उद्घाटन के समय मुख्यमंत्री सहित ,स्वास्थ्य मंत्री मंगल पण्डे,स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने खूब गुण गान किया था और मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल को विश्वस्तरीय बताया था. हालाँकि उद्घाटन बाद से अबतक इस कॉलेज से कोई अच्छी खबर निकल कर नही आ पाई है लेकिन उद्घाटन बाद अब तक दर्जनों नेगेटिव खबरे सामने आ गयी है.मामला चाहे इलाज के लिए मरीज को भगाए जाने का हो ,ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सक का हो,विकलांग जेआर के जोइनिंग नही लेने का हो,बिना छुट्टी के चिकित्सक के गायब रहने का हो,बिना काम के चिकित्सकों द्वारा सैलरी लेने का हो.

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हालाँकि कार्यपालक सहायकों द्वारा विभाग को पत्र लिखे जाने की जानकारी बाद पुरे परिसर में हलचल सा माहौल है. वहीँ इन गंभीर आरोपों के सम्बन्ध में जब अधीक्षक से फ़ोन पर पूछा गया तो उन्होंने कॉल काट दिया .पुनः जब कॉल किया गया तो सवाल सुन अधीक्षक ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैनात डॉ अंजनी को कॉल थमा दिया जिसने अधीक्षक के उपर लगाये गये आरोप को बेबुनियाद बताया .कहा सर द्वारा कार्य में कमी को लेकर हल्की डांट फटकार की गयी जिसे इनलोगों द्वारा मनगढ़ंत गलत तरीके से फैलाया जा रहा है.

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ADDITIONAL SOURCE – कोसी टाइम्स

 

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