Wednesday, November 12, 2025
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साईकल से पिता को गुड़गाँव से दरभंगा लायी ज्योति की मुरीद हुई Ivanka Trump, पढ़े इस संघर्ष की पूरी कहानी ।

कहते है बहादुरी और मन मे विश्वास हो तो हर असंभव सा दिखने वाला काम आसानी से पूरा हो जाता है, दरभंगा व बिहार की बेटी ज्योति (JYOTI PASWAN) ने 1200 किलोमीटर अपने पिता को साईकल पर बैठा कर गुड़गांव से दरभंगा का रास्ता साईकिल तय किया, जिसके बाद से ज्योति के इस साहस की कहानी हर ओर चर्चा का विषय बना हुआ है, ये बात जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प (IVANKA TRUMP)को पता चला तो वे भी इसे बयान करने और ज्योती के साहस की तस्वीर को सामने लाने में पीछे नही रही, हाल ही में इवांका ने अपने ट्विटर एकाउंट में ज्योति के साहस की तारीफ की है । पूरी बात तब की है जब,बिहार के दरभंगा की रहने वाली ज्योति पासवान अपने पिता मोहन पासवान के साथ लॉकडाउन की वजह से दिल्ली से सटे गुड़गांव में फंस गई ।

IVANKA TWEET JYOTI KUMARI
IVANKA TWEET JYOTI KUMARI

पिता वही भाड़े की ई- रिक्शा चलाने का काम कर रहे थे, पर कुछ महीनों पहले सड़क हादसे में उनके पिता को चोट लगी, जिसके बाद उनकी तबियत खराब हो गयी इसी बीच कोरोना संक्रमण को बढ़ते मामलों को देख देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी ऐसे में पिता रिक्शा नही चला पा रहे थी अब उनके सामने खाने पीने का संकट उत्पन्न हो गया । इधर जिस मालिक से पिता ने रिक्शा भाड़े पर लिया था वो पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगा , पैसे न होने की वजह से अब मकान मालिक ने भी उन्हें घर छोड़ने को कह दिया । पिता और बेटी ने फिर घर आने की ठानी, पिता ने ट्रक वाले से बात की तो उसने दरभंगा लाने के लिए 6 हज़ार रूवाये मांगे पर उनके पास उतने रुपये नही थे, इसी बीच प्रधानमंत्री राहत कोष खाते में एक हज़ार रुपये आये, जिसके बाद ज्योति के पास बचे कुछ पैसे से उन्होंने पुराने साईकल खरीदी और तय किया किया कि वे दोनों साईकल से असम्भव से दिखने वाली ये यात्रा पूरी करेंगे, पहले पिता ने बेटी को ऐसी यात्रा से मना कर दी, पर 15 वर्षीय ज्योति ने पिता को अंततः मन लिया । ज्योति  ने 1200 किलोमीटर दूर दरभंगा के सिरुल्ली तक की लंबी यात्रा को साहस व संघर्ष के साथ 8 दिनों में पूरा किया। बीमार पिता को पीछे बिठा कर 15 साल इस लड़की ने भूखे प्यासे पूरा दिन गुजारा, हालांकि यात्रा के दौरान कुछ लोगो ने उनकी मदद भी की, जिसके बाद वे दरभंगा स्थित अपने जिकी के क्वारंटाइन सेन्टर में पहुँचे ।


ट्विटर पर इवांका ट्रम्प पर इस एक ट्वीट साझा किया, इस बीच  कई संगठन उसकी मदद को आगे आये तो कईयों ने आठवी में पढ़ने वाली ज्योति को नए प्रस्ताव भी दिए है । कई संगठनों उसकी मदद को आगे आये है, ज्योति की पढ़ाई का जिम्मा भी एक संगठन ने अपने हाथों में ले लिया है तो वही अखिलेश यादव ने ज्योति के मदद को 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है । इस बीच साईकल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति के इस साहस को देखते हुए अगले महीने साइकिलिंग के ट्रायल के लिए बुलाया है, ट्रायल में सफल होने के बाद उसे ट्रेनिंग दी जाएगी, सब कुछ तक रहा तो ओलंपिक्स में ज्योति भारत का नेतृत्व करेगी ।

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