इस वक्त की सबसे बड़ी खबर राजधानी पटना के दानापुर से आ रही है, जहां जयपुर (Jaipur) से 1200 कामगार मजदूरों को लेकर गाडी संख्या 09771 जयपुर-दानापुर माइग्रैंट स्पेशल ट्रेन पटना के दानापुर पहुच चुकी है । बता दे कि, कोरोना लॉकडाउन के बीच राज्य के लाखो मजदूर, छात्र-छात्राएं, पर्यटक देश के कई शहरों में फंसे हुए है, ऐसे में इन्हें घर तक पहुचने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कुछ स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दी, जिसके तहत कल सुबह लगभग रात 1 बजे तेलंगाना से झारखंड की राजधानी रांची पहली ट्रेन पहुची, तो वही कल रात लगभग 12.00 बजे राजस्थान के जयपुर से 1200 मजदूर और छात्रों को लेकर  (09771) स्पेशल ट्रेन आज दोपहर 2 .40 में पटना के दानापुर पहुची। हालांकि ये गाड़ी सुबह के 10 बजे ही दानापुर पहुचने वाली थी पर जयपुर से 2 घंटे विलंभ से खुलने की वजह से यहां से देर से पहुची । ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि ट्रेन खुलने के वक्त तक छात्रों के साथ ही मजदूरो के आने का सिलसिला जारी था । बिहार के दानापुर पहुचने के बाद जिन बसों और गाड़ियों से इन्हें इनके गृह जिलों में भेज जा रहा, उन सभी को सैनीटाइज किया गया जा चुका है । और सोशल डिस्टनसिंग के नियमो का पालन करते हुए सभी को स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया । बता दे कि ट्रेन के दानापुर पहुचने से पहले स्टेशन के पार्किंग में बिहार के सभी जिलों के लिए 150 बस खड़े कर दिए गए थे, उन सभी बसों में जिलों के नाम भी अंकित किये गए जिससे, बैठने वालो को कोई तकलीफ न हो ।

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भेजा जाएगा क्वारंटाइन

लॉकडाउन के बीच बिहार पहुची इस 24 डब्बे वाले ट्रेन में सवार लोगो को लिए बिहार सरकार ने खास इंतजाम किए है । बाहर से जितने भी मजदूर और छात्र-छात्राएं पहुचे है, उन सभी की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा रही है ।जिसकी व्यवस्था दानापुर स्टेशन के पास स्थित रेलवे हाई स्कूल में की गई है । इन सभी की स्कीनिंग होने के बाद कोटा से आये छात्र छात्राओं को पटना स्थित लोकल क्वारंटाइन सेन्टर की जगह अपने अपने गृह जिले के घरों में होम क्वारंटाइन के लिए भेज जाएगा । ये सभी अगले 21 दिन आआन अपने घरों में रहेंगे तथा इन्हें आआन परिवार के साथ सोशल डिस्टनसिंग का पालन करना होगा। वही सभी मज़दूरो के स्क्रीनिंग के बाद 150 बसों से उनके उनके जिले में भेजा जाएगा, जहां से जिला प्रशासन को जिम्मेदारी के साथ सभी मजदूरों को उनके लिए प्रखंडों में बने क्वारंटाइन सेंटर में 21 दिन रहना होगा । इन क्वारंटाइन सेंटरो को सम्हालने की जिम्मेदारी SDO को दे दी गयी है । इनके स्वास्थ का ध्यान रखने व जांच आदि के लिए कई डॉक्टरों को भी तैनात कर दिया गया है । दानापुर में ट्रेन से उतरने के बाद सभी लोगो के चहरे पे जो खुशी झलक रही थी वो देखते ही बन रही थी । लोकडाउन में महीनों तक फंसे होने के बाद वे अपने जाने पहचाने जगहों पर जा रहे है ।

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