महिलाएं न केवल सभी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं, बल्कि अपने बदौलत पूरा सिस्टम संभालने का माद्दा भी रखती हैं. यह नजारा शनिवार को उस समय आम हुआ, जब डीएमयू सवारी गाड़ी समस्तीपुर से दरभंगा जंक्शन पहुंची. पायलट की कुर्सी जहां महिलाओं ने थाम रखी थी, वहीं गार्ड के रूप में भी नारी शक्ति ही तैनात थी. टिकट चेकिंग का जिम्मा भी महिला ही संभाल रही थी. समस्तीपुर रेल मंडल ने महिला दिवस की पूर्व संध्या पर अनोखी पहल की. रेलवे की नारी शक्ति ने इसे बखूबी अंजाम भी दिया.

समस्तीपुर से चली 75253 डीएमयू सवारी गाड़ी को लेकर लोको पायलट संयुक्ता कुमारी के साथ सहायक लोको पायलट कोमल कुमारी दरभंगा के लिए चली. पूवाह्न 10.40 बजे प्लेटफार्म संख्या एक पर गुब्बारों से सजी यह ट्रेन जैसे ही रुकी, भीड़ जमा हो गयी. गार्ड के रूप में ट्रेन परिचालन का मुख्य दायित्व दीपा निभा रही थीं. टिकट चेकिंग के लिए महिला टीटी सरिता कुमारी व कृष्णाधर ट्रेन में तैनात थीं.

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जंक्शन पर अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रेखा साहु ने माला पहनाकर इन सभी का अभिनंदन किया. मौके पर स्टेशन अधीक्षक अशोक कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. लोको पायलट संयुक्ता ने उत्साहित लहजे में कहा कि पूरी ट्रेन महिला कर्मियों के हवाले किये जाने से वे सभी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. समस्तीपुर में डीआरएम अशोक माहेश्वरी एवं महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष कल्पना माहेश्वरी ने हरी झंडी दिखा ट्रेन को रवाना किया. इस गाड़ी को लेकर महिलाओं की टीम सीतामढ़ी के लिए प्रस्थान कर गयी.

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